पलकों में ढले थे वो अनगिनत से तारे,
जिन्हें देखने की ख्वाहिश थी जब के द्वारे।
सुनहरी मुस्कान के संग ISRO ने उड़ान भरी,
भारत की ज्ञान मशाल, अंतरिक्ष में वसी।
– Aadya Aggarwal, CMS Gomti Nagar Extension Campus
पलकों में ढले थे वो अनगिनत से तारे,
जिन्हें देखने की ख्वाहिश थी जब के द्वारे।
सुनहरी मुस्कान के संग ISRO ने उड़ान भरी,
भारत की ज्ञान मशाल, अंतरिक्ष में वसी।
– Aadya Aggarwal, CMS Gomti Nagar Extension Campus